धान खरीद घोटाला: एसआईटी जांच में होश उड़ाने वाला खुलासा
प्रादेशिक कोऑपरेटिव फेडरेशन लिमिटेड में धान खरीद घोटाले के तार जिलों से लेकर प्रदेश मुख्यालय तक जुड़े हैं। एसआईटी जांच में इसके भी सुबूत मिले हैं। मामले की जांच आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन (ईओडब्ल्यू) को सौंपे जाने के बाद अमित चौधरी से जुड़े अफसर भी कार्रवाई की जद में आ सकते हैं। इसी तरह तत्कालीन एसडीएम, एडीएम और लेखपाल पर भी गाज गिर सकती है, क्योंकि उस वक्त किसान सत्यापन का कार्य इन्हीं के जिम्मे था। वर्ष 2023-24 में धान खरीद घोटाले की जड़ें काफी गहरी हैं। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि बस्ती के जिला प्रबंधक रहते अमित चौधरी को पहले सिद्धार्थनगर का चार्ज दिया गया। फिर सिद्धार्थनगर में नियमित करके बस्ती का चार्ज थमा दिया गया। वह सिद्धार्थनगर ही नहीं बस्ती, संत कबीरनगर सहित अन्य जिलों में भी धान खरीद में चल रहे खेल को संचालित करता रहा। मामला सदन में उठने के बाद जांच शुरू हुई।